भारत के आदि राज्यों मे बहुत ही सटीक और काफ़ी ट्रैफिक रूल्स बहुत ही बदलने वाले और लागु हो चुके

नाबालिक को अगर वाहन दिया गया तो इस रूल के हिसाब से अभिभावक को होंगी सजा

इसके मामले मे हर राज्यों के कलेक्टर ने यह पत्र लिखा गया क्युकी इस हादसे में कही जनों की मौत हो रही है तो उसमे नाबालिक के ही रिकॉर्ड हो रहा है

कही राज्यों मे यह क़ानून लागु हो हो गए जो भी नाबालिक अगर पुलिस की चपेट में आया तो उसकी जिम्मेदारी अभिभावक को होंगी और यह क़ानून अपने अभिभावकों पे जेल होंगी